BHU: डॉक्टर फिरोज खान की नियुक्ति के खिलाफ निकाला मार्च, पीएम के कार्यालय पर दिया ज्ञापन

BHU: डॉक्टर फिरोज खान की नियुक्ति के खिलाफ निकाला मार्च, पीएम के कार्यालय पर दिया ज्ञापन


बीएचयू के संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय में असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर डॉक्टर फिरोज खान की नियुक्ति के विरोध में छात्रों ने शनिवार को मार्च निकाला। बीएचयू से निकला मार्च रवींद्रपुरी स्थित प्रधानमंत्री के जनसम्पर्क कार्यालय पहुंचा और ज्ञापन दिया। कार्यालय से कुछ दूर पहले ही उन्हें पुलिस ने रोका को हल्की नोकझोंक भी हुई। इससे नाराज छात्र सड़क पर बैठ गए। विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पुलिस के समझाने पर छात्रों के एक प्रतिनिधिमंडल ने कार्यालय जाकर ज्ञापन सौंपा।


संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के छात्रों ने गुरुवार को धरना खत्म करने के बाद ही मार्च की घोषणा कर चुके थे। उसी के अनुसार छात्र सुबह संकाय के पास एकत्रित हुए। वहां से जुलूस निकाला। रास्ते में कई और छात्र भी उनके साथ जुड़ते चले गए। नारेबाजी करते हुए छात्र सिंह द्वार, लंका होते हुए रवींद्रपुरी पहुंचे। यहां पीएम के जनसंपर्क कार्यालय से पहले ही उन्हें रोक दिया गया तो छात्र आक्रोशित हो गए। 


छात्रों ने वहीं सड़क पर धरना की कोशिश की। पुलिस के समझाने पर छात्रों का प्रतिनिधिमंडल कार्यालय तक पहुंचा और ज्ञापन सौंपा। गौरतलब है कि संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय में असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर डॉ. फिरोज खान की नियुक्ति के विरोध में 15 दिन से चल रहा धरना शुक्रवार की शाम समाप्त हो गया था। उसी समय आंदोलन कर रहे छात्रों ने बताया था कि वे सिर्फ धरना समाप्त कर रहे हैं, नियुक्ति के विरोध में उनका आंदोलन जारी रहेगा। वे परीक्षा और कक्षा दोनों का बहिष्कार करेंगे। 


फिरोज के समर्थन में भी सड़क पर उतरे छात्र
एक तरफ डाक्टर फिरोज की नियुक्ति का विरोध हो रहा है तो उनके समर्थन में भी लोगों का समूह सड़क पर उतरा हुआ है। ज्वाइंट एक्शन कमेटी के बैनर तले बीएचयू के छात्रों और बुद्धिजीवियों ने डॉक्टर फ़िरोज़ खान के समर्थन में मार्च निकाला। मार्च लंका गेट से अस्सी तक गया। यहां पर आयोजित सभा में वक्ताओं ने कहा कि जब तक फ़िरोज़ खान बीएचयू में पढ़ाना शुरू नहीं कर देते तब तक आंदोलन जारी रहेगा।


वक्ताओं न कहा कि काशी से  दुनिया में यह संदेश जाना चाहिए की ये देश, उसके विश्वविद्यालय, उसका समाज, उसकी राजनीति संविधान पर आधारित होगी। उन्होंने संकीर्ण आधार पर नियुक्ति का विरोध करने की आलोचना की। कहा कि समाज में नफरत और कुंठा के लिए कोई जगह नहीं है। बीएचयू के छात्रों को यह बताना होगा कि उनकी सोच इतनी संकीर्ण नहीं है। 


सभा में मुख्य रूप से कुँवर सुरेश सिंह, विकास सिंह, दिवाकर , धनंजय, संजीव सिंह, मुन्ना राय, मनीष शर्मा, दीपक, विकास आनंद, रजत, शाश्वत, निहार  प्रियेश, आत्मप्रकाश, रामायण, गोवर्धन सिंह ( जिलाध्यक्ष राष्ट्रीय किसान परिषद ), समर्थ सिंह पटेल ( पार्षद ) , रश्मि, मनीष, अनंत, विवेक, कुलदीप, लक्ष्मण गौरव पुरोहित श्रेया आदि ने विचार रखे।